RBI : बैंकों ने फिर चली टेढ़ी चाल, ग्राहकों की बढ़ने जा रही मुश्किलें
RBI : प्राइवेट सेक्टर के करूर वैश्य बैंक ने बेंचमार्क लेंडिंग रेट को 0.15 प्रतिशत बढ़ाकर 7.75 प्रतिशत कर दिया है।RBI ये नई दर 14 अगस्त से प्रभावी होगी। बैंक ने कहा कि उसकी एक्सटर्नल बेंचमार्क रेट- रेपो लिंक्ड (ईबीआर-आर) को 9.60 प्रतिशत से बढ़ाकर 9.75 प्रतिशत किया जाएगा। बैंक का यह फैसला उस दिन आया है जब भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने रेपो रेट को 6.50 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखे जाने की घोषणा की।
RBI : क्या हैं इसके मायने: रेपो रेट को यथावत रखने का मतलब है कि फिलहाल मकान, वाहन समेत अन्य कर्ज की मासिक किस्त (ईएमआई) में कोई बदलाव नहीं होगा। हालांकि, केंद्रीय बैंक ने खाद्य मुद्रास्फीति में तेजी से आगे महंगाई बढ़ने पर कड़े नीतिगत रुख का संकेत भी दिया।
RBI: बता दें कि आरबीआई ने जून और अप्रैल की पिछली मौद्रिक नीति समीक्षा बैठकों में भी रेपो दर में बदलाव नहीं किया था। इससे पहले मुख्य रूप से मुद्रास्फीति को काबू में लाने के लिये पिछले साल मई से लेकर कुल छह बार में रेपो दर में 2.50 प्रतिशत की वृद्धि की गई थी।
RBI : ये भी है अहम फैसला: RBI के मौद्रिक नीति समीक्षा में उपभोक्ताओं के हितों के संरक्षण के मकसद से लोन की ईएमआई के ब्याज दर निर्धारण में अधिक पारदर्शिता लाने की पहल की गई है। इसके तहत, आरबीआई के दायरे में आने वाली इकाइयों को कर्जदाताओं को कर्ज की मियाद और/या ईएमआई फिर से तय करने के बारे में जानकारी देनी होगी। इसके साथ ही परिवतर्नशील ब्याज से निश्चित (फिक्स्ड रेट) ब्याज दर का विकल्प चुनने या कर्ज समय से पहले खत्म करने का विकल्प देना होगा। इसके साथ ही इन विकल्पों के लिए लगने वाले शुल्क की जानकारी भी स्पष्ट रूप से देनी होगी।