Big Theft : 8 अरब के हीरे चुरा ले गए चोर ,दुनिया की सबसे बड़ी डायमंड लूट के लिए की थी 18 महीने की प्लानिंग
Big Theft : दुनिया में हीरों के कारोबार की सबसे बड़ी जगह बेल्जियम का एंटवर्प डायमंड सेंटर, जहां हर रोज अरबों रुपये हीरों का कारोबार होता है। दुनिया के सबसे बेशकीमती हीरे यहां होते हैं। सुरक्षा ऐसी की पत्ता भी हिले तो खबर हो जाए। हर तरफ कमांडो तैनात रहते हैं। हाथ में बंदूक, कोई भी शक होने पर गोली चलने में देर नहीं लगती। ये डायमंड सेंटर इतना बड़ा है, लेकिन बिल्डिंग के हर कोने-कोने को सीसीटीवी कैमरों से कवर किया गया है ताकि पल पल की खबर रहे, लेकिन आप ये जानकर हैरान रह जाएंगे कि दुनिया के इस हाई सिक्योरिटी एरिया से भी हीरे चुरा लिए गए और वो भी एक दो करोड़ के नहीं बल्कि 8 अरब के चमचमाते हीरे यहां से चोरी हो गए।
दुनिया की सबसे बड़ी डायमंड लूट
दुनिया की ये सबसे बड़ी लूट थी। सोचिए कैसे इस लूट को अंजाम दिया गया होगा। कितने शातिर होंगे वो चोर जिन्होंने इस सेंटर से हीरे चुराए। इस इमारत के दो मंजिल नीचे यानी दो बेसमेंट के नीचे रखी जाती है वो तिजोरियां जिनमें होते हैं कीमती हीरे, लेकिन इन तिजोरियों तक पहुंचना आसान नहीं है। इसका गेट ऐसे स्टील का बना है जिसे ड्रिल करने में ही कई घंटे लग जाते हैं। सिक्योरिटी अलार्म और सीसीटीवी कैमरे हर तरफ लगे हुए हैं। इस गेट को खोलने का एक कोड होता है, गलत कोड डालने पर पूरी इमारत में सायरन बजने लगता है। सही कोड डालने के बाद भी ये वाल्ट का ये गेट नहीं खुलता। इसके लिए एक चाबी की जरूरत भी होती और उस चाबी को लगाने के बाद ही कोई अंदर जा सकता है।
5 लोगों लुटेरों ने दिया इस चोरी को अंजाम
इतना सब होने के बाद भी 5 लोगों ने मिलकर इस बड़ी लूट को अंजाम दिया। इस लूट का मास्टरमाइंड था लियोनार्डो नोटारबार्टोलो जो पहले भी कई चोरियों को अंजाम दे चुका था। इसके अलावा इस लूट में शामिल था स्पीडी, द मॉन्स्टर, द जीनियस और किंग ऑफ कीज। ये सारे लोग अलग-अलग कामों में एक्सपर्ट थे। कोई इलेक्ट्रिक के काम का माहिर था, तो कोई चाबी बनाने का एक्सपर्ट। किसी अलार्म सिस्टम का पूरा आइडिया था। लियोनार्डो ने इस लूट के लिए हर आदमी को बखूबी चुना था।
18 महीने तक की गई लूट की प्लानिंग
इन पांचों ने 18 महीने पहले इसी इमारत में एक शॉप को किराए पर लिया। लियनार्डो ने खुद को एक हीरा कारोबारी बताया और किराए पर दुकान पाने में कामयाब हो गया। किराए में दुकान मिलने के बाद अब लियनार्डो को एक पास जारी हुआ। ये पास उसे इस बिल्डिंग में कभी आने जाने की इजाजत देता था। उसने खुद इटली का कारोबारी बताया और यहां हीरा खरीदने की बात की। कई महीनों तक वो यही आता जाता रहा। अब यहां के सब लोग उसे जानने लगे थे। वो कभी भी पूरी बिल्डिंग में घूम सकता थ। कभी किसी को भी उसपर शक नहीं हुआ।
पेन कैमरे की मदद से किया गया काम
इस बिल्डिंग में न फोन और न कैमरा ले जाने की परमिशन है। इस चालाक चोर ने एक पेन खरीदा, ऐसा पेन जिसमें कैमरा लगा हुआ था। इस पेन की मदद से इसने वहां की कई फोटो खीचीं। इसे पूरी बिल्डिंग में घूमने की इजाजत तो मिल ही चुकी थी तो ये कई बार दूसरे बेसमेंट में बने वाल्ट तक भी जा चुका था जहां हीरे पड़े रहते थे। इसने वहां की फोटो खींच ली थी। दुनिया के इस सबसे बड़े लुटेरे ने चोरी से पहले प्रैक्टिस के लिए शहर से बाहर एक ऐसा ही डमी वाल्ट तैयार किया और कई बार उसमें चोरी की प्रेक्टिस की।
चोरी के लिए चुना गया वीकएंड
करीब 18 महीने बाद ये चोरी के लिए तैयार था। इसने दिन चुना 15 फरवरी 2003 का। इसने अपने सारे साथियों को पहले ही यहां के बारे में सबकुछ बता दिया था। सारी तस्वीरें जो इसने पेन कैमरा की मदद से खींची थी ये अपने साथियों को दिखा चुका था। इतना ही नहीं इसने इस पेन कैमरे की मदद से वाल्ट गेट का कोड भी जान लिया था। दरअसल इसने गेट के ऊपर इस पेन को रख दिया था। जब सिक्योरिटी ने गेट खोला तो वो रिकॉर्डिंग हो चुकी थी। इसके पास वो नंबर पहले ही आ चुका था। इसने एक चालाकी और की थी। क्योंकि ये वाल्ट के अंदर कभी भी जा सकता था तो चोरी एक दिन पहले इसने चालाकी से सेंसर के ऊपर हेयर स्प्रे डाल दिया था, ताकि वो काम ही न करे।
बैग में भरकर ले जाए गए सारे हीरे
चोरी वाले रात ये कार के साथ बिल्डिंग के मेन गेट पर मौजूद था। उस दिन शुक्रवार था यानी अगले दो दिन ये डायमंड सेंटर बंद रहने वाला था। इसके चारों साथी रास्तों के वाकिफ थे। अंधेरे में ही ये हाथों में गल्व और नकाब पहनकर उस इमारत में पहुंचे। कोई लाइट नहीं जलाई गई। कोड के जरिए गेट को खोला गया। इन्होंने चाबी पहले ही तैयार कर ली थी क्योंकि इनकी टीम में किंग ऑफ की इसी काम के लिए मशहूर था। बस थोड़ी ही देर में ये चमचमाते हीरों के सामने थे। इन्होंने फटाफट अपने बैग में वो हीरे भरे और तुरंत नीचे कार में पहुंच गए।
सैंडविच की वजह से पकड़ा गया मास्टर माइंड
कार में बैठकर ये चारों वहां से फरार हो गए और हाईवे के तरफ बढ़े। हाइवे पर जाकर इन्होंने अपने खाने के लिए सैंडविच खरीदा। इसके बाद लियोनार्डो ने अपने साथियों को हिदायत कि चोरी करने में इस्तेमाल हुआ सारा सामान यहां जला दें। जैसे कपड़े, नकाब, वो बिल जो चोरी के सामान का था, रेस्टोरेंट का बिल सबकुछ, लेकिन यहां पर इनमें से एक चोर ने बड़ी गलती कर दी। उसने कुछ चीजों को बिना जलाए ही वहां झाड़ियों में फेंक दिया। उसकी तबीयत खराब थी तो उसे लगा कि कौन इन चीजों को जलाए। बस यही उसकी गलती थी। उसने बिल भी छोड़ भी वहीं छोड़ दिए जिसमें लियनार्डो के नाम थे। इसके अलावा लियोनार्डो का आधा खाया हुआ सैंडविच भी वहीं डाल दिया।
चार लुटेरे कभी भी गिरफ्तार नहीं हुए
सोमवार के दिन जब ये डायमंड सेंटर में कारोबार शुरू होने का वक्त हुआ तो इस चोरी का पता लगा, लेकिन तब तक लियोनार्डो और उसके साथी फरार हो चुके थे। छानबीन शुरू हुई और आखिरकार उस बिल की वजह से इस चोरी का खुलासा हो गया। लियोनार्डो और उसके साथी अपनी-अपनी राह निकल चुके थे। पुलिस ने लियोनार्डो को इटली जाने से पहले ही गिरफ्तार कर लिया। हां उसके बाकी चारों साथियों का कभी कोई पता नहीं चल पाया और न ही लियोनार्डो ने उनकी जानकारी पुलिस को दी। ऐसा कहा जाता है कि बड़ी संख्या में हीरे भी बरामद नहीं हो पाए।