Jawahar Navoday Vidyalay में फर्जी तरीके से दाखिला, पुलिस ने किया केस दर्ज

फरीदाबाद के मोठूका स्थित Jawahar Navoday Vidyalay में फर्जी तरीके से बच्चों का दाखिला कराने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि यह खेल बीते तीन शिक्षा सत्र से चल रहा था। शहरी क्षेत्र के 51 छात्रों का ग्रामीण क्षेत्र के लिए आरक्षित सीट पर स्कूल में दाखिला कराया गया। इसके लिए अभिभावकों ने बिचौलिये से सांठगांठ कर स्कूल और संबंधित तहसील के कर्मचारी से फर्जी प्रमाणपत्र बनवाए। शिकायत मिलने पर छायंसा थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, 27 सितंबर को डाक द्वारा थाना में एक शिकायत पहुंची। गांव महावतपुर निवासी एक व्यक्ति ने अपनी शिकायत में बताया कि उनके दो बच्चे हैं। दोनों बच्चों ने जवाहर नवोदय विद्यालय में कक्षा छठी में दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा दी थी। परीक्षा परिणाम आने के बाद बड़े फर्जीवाड़े की जानकारी मिली। पीड़ित के अनुसार, देखा गया कि स्कूल में ग्रामीण क्षेत्र के लिए आरक्षित सीटों पर शहरी क्षेत्र के छात्रों का धड़ल्ले से दाखिला कराया जा रहा था। शिकायतकर्ता ने यह शिकायत जवाहर नवोदय विद्यालय के चेयरमैन के साथ जिला उपायुक्त को भी भेजी थी। इसके बाद जिला उपायुक्त के आदेश पर जांच शुरू की गई।

जांच में धोखाधड़ी की बात सामने आने के बाद पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। छायंसा थाना प्रभारी सुरेंद्र ने बताया कि अभी थाना स्तर से ही मामले की जांच की जा रही है, जरूरत पड़ने पर टीम भी गठित की जाएगी।

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स्कूलों और अभिभावकों को बनाया गया है आरोपी

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, शिकायत मिलने के बाद कई निजी स्कूलों को आरोपी बनाया गया है। साथ ही फर्जीवाड़े में दाखिला ले चुके 51 छात्रों के अभिभावकों को भी आरोपी बनाया गया है। पुलिस इन आरोपियों की जानकारी जुटा रही है। थाना प्रभारी सुरेंद्र ने बताया कि आरोपी बनाए गए अभिभावकों और संबंधित स्कूल से पूछताछ की जाएगी।

यह है दाखिले की प्रक्रिया

स्कूल के प्रिंसिपल के अनुसार, नवोदय विद्यालय में दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा का आयोजन होता है। मोठूका जवाहर नवोदय विद्यालय में 75 फीसदी ग्रामीण बच्चों के लिए शीट आरक्षित हैं। 25 फीसदी पर खुला दाखिला लिया जाता है।

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तिलपत से अधिकांश बच्चे

पुलिस के अनुसार, फर्जी तरीके से दाखिला लेने वाले अधिकांश बच्चे तिलपत के हैं। इन बच्चों को डीपी स्कूल समेत वीके इंटरनेशनल स्कूल की ओर से ट्रांसफर व अन्य सर्टिफिकेट जारी किया गया था। इन स्कूलों ने भी प्रमाणपत्र में खुद को ग्रामीण क्षेत्र का बताया। आरोपियों ने तहसील से फर्जी तरीके ग्रामीण क्षेत्र के प्रमाणपत्र बनवाए।

डीसी के आदेश पर की गई जांच

शिकायतकर्ता ने शिकायत की कॉपी डीसी को भी भेजी। उन्होंने जांच के आदेश दिए और फरीदाबाद, बड़खल, बल्लभगढ़ तहसील प्रमाणपत्र जारी करने की जानकारी मांगी। तहसीलदारों ने जारी प्रमाणपत्र पर फर्जी हस्ताक्षर होने की रिपोर्ट डीसी को सौंप दी।

– देवेन्द्र कुमार सिंह, प्रिंसिपल, जवाहर नवोदय विद्यालय मोठूका, ”इस बाबत अपने मुख्यालय को पत्र लिखा है। दाखिले में स्कूल का कोई रोल नहीं है। जो छात्र प्रमाणपत्र लेकर आए, उनका दाखिला लिया गया। जिला उपायुक्त के आदेश पर जांच की गई। इसके बाद फर्जीवाड़ा सामने आया है।”

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