Weather Update : नई दिल्ली : देश में उत्तर से लेकर पश्चिम तक जोरदार बारिश हो रही है। गुजरात में बाढ़ की स्थिति है। हिमाचल में भूस्खलन के साथ बारिश रुकने का नाम ही नहीं ले रही है। उत्तराखंड में मौसम विभाग की तरफ से ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों के साथ मुंबई में बारिश अपने पूरे शबाब पर है। मौसम विभाग ने गुजरात से लेकर छत्तीसगढ़ में अगले कुछ दिनों में तेज बारिश की चेतावनी दी है। वहीं, देश के कुछ राज्य ऐसे हैं जहां लोग बारिश को तरस रहे हैं। स्थिति यह है कि इन राज्यों के लिए मॉनसून मानो रुठ ही गया है।
Weather Updateदेश में सबसे कम बारिश वाले राज्य में उत्तरप्रदेश का नाम भी शामिल है। यूपी में अभी तक बारिश बेहद कम हुई है। स्थिति यह है कि राज्य के 31 जिलों में अभी तक झमाझम बारिश का इंतजार है। प्रदेश में 13 जिले ऐसे हैं जहां अभी तक 40 से 60 प्रतिशत ही बारिश हुई है। सूबे के 7 जिलों में 40 फीसदी से कम बारिश हुई है। स्थानीय मौसम विज्ञान केंद्र का कहना है कि प्रदेश में पश्चिमी यूपी में तो अच्छी बारिश हुई है लेकिन पूर्वांचल और मध्य यूपी में बारिश कम हुई है। यहां देवरिया, पीलीभीत, मऊ, कुशीनगर, चंदौली, बस्ती और मिर्जापुर ऐसे जिले हैं जहां बारिश 40 फीसदी से कम हुई है।
Read More:Weather Update : बारिश का कहर, 19 की मौत, 3000 लोग फंसे; पंजाब में घरों में घुसा पानी Weather Update बिहार में भी मॉनसून अभी रुठा ही हुआ है। इस सीजन में अभी तक प्रदेश में होने वाली बारिश का रिकॉर्ड पूरा नहीं हो पाया है। मौसम विभाग का कहना है कि प्रदेश में बारिश के लिए अभी इंतजार करना होगा। बारिश की कमी का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि पूरे राज्य में सामान्य से 41 फीसदी कम बारिश हुई है। वहीं, राज्य के 22 जिले ऐसे हैं जहां 40 फीसदी कम बारिश हुई है। राजधानी पटना में ही सामान्य से 50 फीसदी कम बदरा बरसे हैं। बारिश नहीं होने से प्रदेश के किसानों की परेशानी बढ़ती दिख रही है। राज्य में 1 जून से 21 जुलाई तक की अवधि में 238.3 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। यह सामान्य बारिश 405.7 मिलीमीटर से 41 प्रतिशत कम है। 21 जुलाई से 27 जुलाई के बीच हल्की बारिश की संभावना है।
Weather Update कम बारिश के कारण झारखंड में सूखे जैसे हालात बन रहे हैं। झारखंड में 45 प्रतिशत कम बारिश होने की वजह से राज्य सूखे जैसे स्थिति दिख रही है। मॉनसून का मौसम पीक पर होने के बावजूद राज्य में लगभग 85 प्रतिशत कृषि भूमि पर फसलों की बुवाई नहीं हुई है। झारखंड में 22 जुलाई तक 45 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है।Weather Update राज्य में एक जून से 22 जुलाई तक 229.3 मिलीमीटर (मिमी) बारिश हुई है। जबकि इस अवधि के दौरान सामान्य बारिश 414.9 मिमी रहती है। झारखंड के 12 जिले 50 प्रतिशत से अधिक बारिश की कमी का सामना कर रहे हैं। वहीं चतरा और जामताड़ा में बारिश में सबसे अधिक कमी क्रमश: 75 प्रतिशत और 67 प्रतिशत दर्ज की गई है। केवल तीन जिले साहिबगंज, गोड्डा और सिमडेगा में अब तक सामान्य बारिश दर्ज की गई है।Weather Update मेघालय में भी इस सीजन में अभी औसत से कम बारिश हुई है। देश के चार सबसे कम बारिश वाले राज्यों में मेघालय का नाम भी शामिल है। हालांकि, मेघालय ऐसा राज्य है जहां भारत में सबसे अधिक बारिश होती है। राज्य में मासिनराम और चेरापूंजी ऐसी जगह है जहां सबसे अधिक वर्षा होती है। जून में राज्य में औसत से अधिक बारिश हुई थी। जून में यहां औसतन 842 एमएम बारिश के मुकाबले 1039 एमएम बारिश हुई थी। जुलाई में स्थिति बदली हुई है। मौजूदा स्थिति में यहां बारिश का कोटा औसत से कम है।