Fact : सफर के दौरान किताब पढ़ने पर क्‍यों आ जाती उल्‍टी? सब सिग्‍नल का खेल ,जान‍िए क्‍या कहते है एक्‍सपर्ट .

vomiting in travel

Fact : कार में सफर के दौरान बहुत सारे लोगों को मोशन सिकनेस की समस्‍या आती है. जी मिचलाने लगता है. और देखते ही देखते उल्‍ट‍ियां होने लगती हैं. कई लोग इससे बचने के लिए किताबों का सहारा लेते हैं. जैसे ही उनके शरीर में इस तरह का कोई बदलाव नजर आता है, तुरंत किताब निकाला और पढ़ने लगे. उन्‍हें लगता है कि इससे उनका ध्‍यान बंट जाएगा और शायद उल्‍टी नहीं होगी. लेकिन ऐसा नहीं है. किताब पढ़ने पर भी आपको यह दिक्‍कत हो सकती है. इनफैक्‍ट बहुत सारे लोगों को तो इसी वजह से उल्‍टी जैसी समस्‍या हो जाती है. तो आइए जानते हैं कि आख‍िर यह बला है क्‍या?

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एक्‍सपर्ट के मुताबिक, यह सब सिग्‍नल का खेल है. बिजनेस इनसाइडर की रिपोर्ट के अनुसार-न्यूरोसाइकियाट्रिस्ट डॉ. ऊहा सुस्मिता ने इसकी वजह बताई. उन्‍होंने कहा-यह सब आंख और कान के बीच तालमेल की कमी की वजह से होता है. जब हम कार में जा रहे होते हैं, और अगर बाहर की ओर न देखें तो आंखों को तो सबकुछ ठहरा हुआ नजर आता है. क्‍योंकि आंखें बगल वाली सीट पर बैठे हुए आदमी को देखतीं हैं. सीट भी नहीं चल रही है. लेकिन कानों को पता चल जाता है कि कुछ मूव हो रहा है. अब दो जगह से अलग-अलग सिग्‍नल मिलने की वजह से दिमाग का कनेक्‍शन खराब हो जाता है.

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अलग-अलग संकेत भेजते हैं आंख-कान
डॉ. सुस्‍म‍िता के मुताबिक, आपका मस्तिष्क सोचता है कि आप कार में घूम रहे हैं क्योंकि यह आपके कान के माध्यम से गति को महसूस कर रहा है, जबकि आपकी आंखें एक स्थिर वस्तु पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं. इससे संचार में दिक्‍कत आ जाती है.क्योंकि आपकी आंखें संकेत भेज रही हैं कि आप आगे नहीं बढ़ रहे हैं, जबक‍ि कान बता रहे कि आपका शरीर मूव कर रहा है और किसी न किसी दिशा में जा रहा है. इसी वजहसे मतली, चक्कर आना, पसीना आना और कभी-कभी उल्टी जैसे लक्षण हो जाते हैं.

घुमावदार रोड पर क्‍यों होती ज्‍यादा दिक्‍कत
जब आप पढ़ते हैं तो यह संकट और भी बदतर हो जाता है. क्‍योंकि आपकी आंखें एक ऐसी चीज का देख रही होती हैं जो बिल्‍कुल भी स्‍थूल है. वह मान ही नहीं रहीं कि आप कहीं मूव कर रहे हैं. इसल‍िए आप देखते होंगे कि अगर किसी घुमावदार रोड पर आप जाते हैं तो दिक्‍कत और भी ज्‍यादा होती है. क्‍योंकि वहां आंख और कान से मिलने वाले संकेत काफी तेजी से दिमाग तक पहुंचते हैं. इसल‍िए गड्डमड्ड ज्‍यादा होती है. इसल‍िए जो कोई भी मोशन सिकनेस महसूस करता है उसे कार में पढ़ने से बचना चाहिए या पूरी तरह से बचना चाहिए.

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